Monday, June 7, 2010

पुस्तक-- अर्चन करूँ तुम्हारा

हनुमान जी
दुनिया चले न श्री राम के बिना ,
राम जी चले न हनुमान के बिना
लंका नगरी जाये तो कोई कैसे ,
सीता मैया को वापस लाये तो कैसे
सेतु बने न हनुमान के बिना ,
रामजी चले न हनुमान के बिना
भाई लछमन को शक्ति लगी ,
संजीवनी बूटी की खोज हुई,
संजीवनी मिले न हनुमान के बिना ,
रामजी चले न हनुमान के बिना
राज तिलक की आई घडी ,
सप्त सिन्धु जल अभिषेक होई ,
सप्त सिन्धु जल मिले न हनुमान के बिना ,
राम जी चले न हनुमान के बिना
राम दरबार की छवि अधूरी ,
जब बैठे नत मस्तक न हनुमत बलि ,
राम दरबार अधूरा हनुमान के बिना ,
राम जी चले न श्री राम के बिना
दुनिया चले न श्री राम के बिना
राम जी चले न श्री राम के बिना
पुसतक प्राप्त करने का पता
अर्चना प्रकाश , ००२, रोयल ब्लाक, एल्डिको ग्रीन अपत्मेंट्स ,
गोमती नगर, लखनऊ

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