Sunday, August 29, 2010

मुझे नचने दे मैया के दरबार में मुझे नचने दे ,नचने दे,मैया के दरबार में मैया....
कोई न रोको मुझे मैया के प्यार से ,
आई हूँ करके सोलह सिंगार मै
मुझे रखने दे शीश मैया के पांव में
मुझे नचने दे मैया के दरबार में

मैं लाई हूँ नारियल ढूंढ़ के बागन से,
मैंने फूलों के गजरे बनाये बागवान से
मैया का छात्र मैं लाई सुनार से,
मुझे करने दे मैया का सृंगार रे ,
मुझे नचने दे नचने दे मैया के दरबार में

अर्चना प्रकाश
००२, रोयाले ब्लाक , एल्देकोग्रीन अपार्टमेंट्स ,
गोमती नगर लखनऊ।