सरस्वती
वीणा मधुर बजाने वाली ,
तन मन हर्षाने वाली ,
प्रज्ञा प्रखर लुटाने वाली,
माँ शारदे ! माँ तुझे प्रणाम
बुद्धि विवेक बरसाने वाली ,
विद्या प्रवीन बनाने वाली,
श्रद्धा सजल बनाने वाली ,
माँ शारदे ! माँ तुझे प्रणाम
भक्तों का मान बढाने वाली ,
भक्तो पे आंच न आने देती,
भक्तों का जीवन संवारती,
माँ शारदे ! माँ तुझे प्रणाम
रंक को राजा बनाने वाली ,
बिगड़े काज बनाने वाली ,
सच्ची राह दिखाने वाली,
माँ शारदे ! माँ तुझे प्रणाम
मूरख को ज्ञानी विद्वान् बनाती ,
निर्बल को बलवान बनाती,
शिशुवो को ध्रुव प्रह्लाद बनाती ,
माँ शारदे ! माँ तुझे प्रणाम
Wednesday, June 16, 2010
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